35 वर्ष से बंद पडा हैं सडक अर्जुनी मे खनिज उत्खनन
मोगरा राजगुडा मैं खनिज उत्खनन दुबारा सुरू होणे से 3 ते 4 हजार युवक को मिल सकता है रोजगार
सडक अर्जुनी=
मुन्नासिंह ठाकूर = तहसील के विकास को मोगरा राजगुड़ा में बंद पड़ा खनिज उत्खनन उद्योग दोबारा शुरू होने से यहां के लोगों को रोजगार मिल सकता है .इसके शुरू होने पर रोजगार की पलायन में होने वाले रोक लगाई जा सकती है .इस वजह से अब इस क्षेत्र में इसी वजह से उत्खनन की मांग हो रही है
आदिवासी बहुल- एवं नक्सल प्रभावित जिले की सडक अर्जुनी तहसील के ग्राम मोगरा राजगुड़ा गांव में वर्ष 1985 / 86 में करीब 500 सेक्टर में उत्खनन का काम शुरू किया गया था संबंधित कंपनी जंगल परिसर से यूरेनियम एवं खनिज पदार्थ निकलने का काम करती थी लेकिन कुछ कारण की वजह से यह कंपनी वर्ष 1991 में बंद कर दी गई थी
मोगरा गांव से सेट 40 ते 50 गांव के बेरोजगार युवक को रोजगार उपलब्ध हो सकता है इसके साथ ही परिसर के दो तीन हजार युवक युवतियां को रोजगार मिल सकता है मोगरा राजगुड़ा मंदिटोला सलंगटोला.खड़कीटोला. खड़की बामणी. पुतली .डोंगरगांव . कुर्सीपार . शालेधारनी . बाकी 30 गाव के विकास कार्य को गति मिल सकती है तहसील से बड़ी संख्या में युवक रोजगार के लिए दूसरे जिले में पलायन करते हैं .यह मोगरा मैं प्लांट शुरू होने पर युवक को रोजगार मिल सकता है इसी वजह से जनप्रतिनिधियों से इस दिशा में ध्यान देकर तत्काल कदम उठाने की मांग की जा रही है
सरपंच लेखलाल टेकाम
मोगरा गाव मैं उत्खनन बंद पडा है संबंधित कंपनी द्वारा जमीन से खनिज निकाला जाता था याह काम सुरू हुंआ तो परिसर के युवक को रोजगार मिलेंगा
अरुण लेंदे माजी सरपंच ग्रामपंचायत मोगरा
वर्ष 1985 /86 मैं मोगरा गाव परिसर मे खनिज निकाला जाता था यह काम फिर से सुरू होणे पर परिसर के लोगो को रोजगार मिल सकता है
